श्री कृष्ण जी नमस्कार आपने बहुत ही सूंदर लिखा है आपने तो मेरी पुरानी बचपन की यादो को तरो ताजा कर दिया है | मुरादाबाद से मेरा बहुत पुराना रिश्ता है वह मेरी सुसराल है | मैंने भी साहित्य पीडिया द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया है मेरी रचना है “मत पूछो यारो कोरोना में कैसे दिन मै काट रहा हूँ ” कृपया इस रचना का अक्लोकन करे और मुझे अपने आशीर्वाद के रूप एक वोट प्रदान करें की कृपा करे ||
श्री कृष्ण जी नमस्कार आपने बहुत ही सूंदर लिखा है आपने तो मेरी पुरानी बचपन की यादो को तरो ताजा कर दिया है | मुरादाबाद से मेरा बहुत पुराना रिश्ता है वह मेरी सुसराल है | मैंने भी साहित्य पीडिया द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया है मेरी रचना है “मत पूछो यारो कोरोना में कैसे दिन मै काट रहा हूँ ” कृपया इस रचना का अक्लोकन करे और मुझे अपने आशीर्वाद के रूप एक वोट प्रदान करें की कृपा करे ||