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हिज्र की तनहाइयों में नाक़ामियों का ए़हसास सालता है ,
वक़्त की गर्दिश में खुद की मजबूरियों को वज़ह मानता है ,
श़ुक्रिया !

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13 Jan 2021 07:42 PM

Dhanyavad sir

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