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पहले तो धन्यवाद आपका प्रतिक्रिया के लिये। ।। दूसरा मैं सरस्वती को वोट की तराजू में नही तौलता।। आपकी रचना यदि वोट के लिये न लिखी गई होती तो उचित प्रतिक्रिया देता.। क्षमा चाहता हुँ। वोट की आकांक्षा में आपने जो ग़ज़ल नही है उसको भी खूबसूरत ग़ज़ल करार दिया।। अपने आप को टटोलिये ,रहा सवाल आपको नाम की चाहत है तो मैं आपको शुभकामनाएं भी देता हूँ। और वोट भी करता हूँ। हाथ जोड़ कर निवेदन है मां शारदा को बाजार से बचाओ।। कोई रचना गुणवत्ता के आधार पर प्रथम चयनित हो तो मजे की बात है। वोट के आधार पर तो .

सॉरी … सोच अपनी अपनी …

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