Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

अत्यन्त प्रभावी प्रस्तुति,सुगंध जी..! आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरी ग़ज़ल “कोरोना” को तो हरगिज़ है अब ख़त्म होना ” जो कि काव्य प्रतियोगिता मेँ शामिल है, पर भी दृष्टिपात करने की कृपा करें एवं यदि रचना पसन्द आए तो कृपया वोट देकर कृतार्थ करें..!
साभार..!???

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
2 Jan 2021 01:10 PM

Jarur ji

2 Jan 2021 01:13 PM

Vote for my poem कोरोना कहर

Loading...