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28 Dec 2020 11:50 AM

तेरे नहीं हो पाए हम!यह कसक अधूरी है,क्या वह अपने हो पाए! शायद कोई कमी रह गई हो, आपसी समझ में या फिर मिलन ही भाग्य में न हो? जो भी हो आगे बढ़ने से क्षतिपूर्ति हो जाया करती है! शुभकामनाएं।

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आभार आदरणीय

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