MANISHA KUSHWAHA
Author
27 Dec 2020 09:58 PM
बहुत बहुत शुक्रिया आपका ?
14 Mar 2021 08:55 PM
उर्दू का कम उपयोग किया जाना चाहिए हमारी मातृभाषा में बहुत सुंदर शब्द है
बहुत ही सुन्दर भाव। सच्ची भावनाओं का प्रतिबिंबन। सच है कि हम खुद के लिए समय नहीं निकाल पाते। ये मन है जनाब, फिर उदास होता है। मनोविज्ञान का सुन्दर चित्रण।
अप्रतिम कविता के लिए बधाई। ???