सुनीता सिंघल
Author
16 Dec 2020 09:19 AM
इतने सुंदर शब्दों के लिए आभार ?
बहुत ही मार्मिक कविता… सही कहा आपने, जो भी मानवीयता के कष्टों, दुखों या संकटों का हरण करता है, उन्हें दूर करने का प्रयास करता है, उसमें ईश्वर है या वह ईश्वर है।
डॉक्टर्स, नर्स, पुलिसकर्मी, सफ़ाई कर्मीयों के कार्यों की सराहना के लिए इतनी सुंदर कविता के लिए बधाई।।।