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15 Dec 2020 01:15 PM

काली सफ़ेद कमाई की जेबें खाली कर दी।
घर घर पहुंचा ये कोरोना, सुनकर दुखड़ा आ जाये रोना !!

शब्दों को एक माला में पिरोना और उसको एक सुनहरा व नया रूप देना, आप से अच्छा कौन कर सकता है अंकल जी??

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बहुत बहुत धन्यवाद् बिटिया …

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