मजबूत विकल्प के अभाव ने मोदी को निरंकुश बना दिया है। कोई भी पार्टी या गठबंधन मजबूत विकल्प जब तक नहीं बनती/बनता तब तक स्थिति यही रहेगी।
विपक्षी पार्टियों को सत्ता में पद लोलुपता से हटकर गंभीर चिंतन की आवश्यकता है , तभी कोई गठबंधन सार्थक विकल्प के रूप में खड़ा हो सकता है।
विपक्ष को ओछी राजनीति से हटकर कृत संकल्प होकर कार्य करना होगा , तभी कुछ संभव हो सकता है। अन्यथा हमें यही भोगने के लिए विवश होना पड़ेगा।
मजबूत विकल्प के अभाव ने मोदी को निरंकुश बना दिया है। कोई भी पार्टी या गठबंधन मजबूत विकल्प जब तक नहीं बनती/बनता तब तक स्थिति यही रहेगी।
विपक्षी पार्टियों को सत्ता में पद लोलुपता से हटकर गंभीर चिंतन की आवश्यकता है , तभी कोई गठबंधन सार्थक विकल्प के रूप में खड़ा हो सकता है।
विपक्ष को ओछी राजनीति से हटकर कृत संकल्प होकर कार्य करना होगा , तभी कुछ संभव हो सकता है। अन्यथा हमें यही भोगने के लिए विवश होना पड़ेगा।
धन्यवाद !