Vindhya Prakash Mishra
Author
8 Dec 2020 02:32 PM
धन्यवाद आदरणीय
कुल्हड वाली चाय!नये जमाने में यह पात्र अब देखना संभव नहीं रहा, कभी बड़े शौक से इसी कुल्हड से चाय, लस्सी,मठ्ठा, यहां तक कि पानी भी पिया करते थे! पुराने दिनों की याद ताजा कर दी! आभार सहित शुभकामनाएं!