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बहुत अच्छा लिखा है। ख़ुशी हुई किसी की आँखों में तो अपने महापुरुषों के लिए सम्मान है और हिम्मत है । धन्यवाद ।

वर्तमान में प्रसंग कुछ विपरीत हो गया है।

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शुक्रिया भाई

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