जिंदगी भर भटकता रहा सुकुँँ की खातिर , झांक कर जब दिल में देखा तो वो कहीं सोया पाब़स्ता था ,
श़ुक्रिया !
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जिंदगी भर भटकता रहा सुकुँँ की खातिर ,
झांक कर जब दिल में देखा तो वो कहीं सोया पाब़स्ता था ,
श़ुक्रिया !