Shyam Sundar Subramanian
Author
10 Sep 2020 07:13 AM
धन्यवाद !
एक जीवलग दोस्त का दुनिया से चल बसना जीवन में एक ऐसी रिक्तता छोड़ जाता है जिसकी भरपायी असम्भव है…
आपकी कविता इस शोक संवेदना की सुन्दर अभिव्यक्ति है