धन्यवाद श्रीमान चतुर्वेदी जी, जो हम देख रहे हैं,उसकी कल्पना कभी हमारे बुजुर्गों ने नहीं की होगी, हमारे बुजुर्ग कभी कांग्रेसी होने में गर्व महसूस करते थे, मैंने भी कांग्रेस को अपना योगदान दिया है, किन्तु पिछले आठ वर्षों से मैं स्वयं को कांग्रेसी कहलाने से बचने का प्रयास करता रहा हूं, जबकि किसी सार्वजनिक समारोह में शामिल होने पर लोग मुझे इसके साथ जोड़ कर ही संबोधित करते रहे हैं, आज यह हालात कष्ट पहुंचाते हैं,हो अपनी पीड़ा को व्यक्त किया है,सादर प्रणाम।
धन्यवाद श्रीमान चतुर्वेदी जी, जो हम देख रहे हैं,उसकी कल्पना कभी हमारे बुजुर्गों ने नहीं की होगी, हमारे बुजुर्ग कभी कांग्रेसी होने में गर्व महसूस करते थे, मैंने भी कांग्रेस को अपना योगदान दिया है, किन्तु पिछले आठ वर्षों से मैं स्वयं को कांग्रेसी कहलाने से बचने का प्रयास करता रहा हूं, जबकि किसी सार्वजनिक समारोह में शामिल होने पर लोग मुझे इसके साथ जोड़ कर ही संबोधित करते रहे हैं, आज यह हालात कष्ट पहुंचाते हैं,हो अपनी पीड़ा को व्यक्त किया है,सादर प्रणाम।