//गुस्सा उस पर आया भी पर दिल को समझाया भी//
यह मतला है, इसे सबसे ऊपर रखें आ० निर्मला कपिला जीI छठे और आखरी शेअर में तकाबुल-ए-रदीफैन का दोष है, उसको दोबारा देखेंI ग़ज़ल अच्छी है जिस हेतु बधाई प्रेषित हैI
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//गुस्सा उस पर आया भी
पर दिल को समझाया भी//
यह मतला है, इसे सबसे ऊपर रखें आ० निर्मला कपिला जीI छठे और आखरी शेअर में तकाबुल-ए-रदीफैन का दोष है, उसको दोबारा देखेंI ग़ज़ल अच्छी है जिस हेतु बधाई प्रेषित हैI