डी. के. निवातिया
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14 Aug 2020 03:45 PM
तहदिल शुक्रिया आपका
प्रकृति काव्यानुभूति है। कवि हृदय की भावाभिव्यक्ति की प्रेरणा स्रोत है।
धन्यवाद !