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आपकी प्रस्तुति में अंतिम पद ” अपनी सुंदर हसीन जुल्फों———-ऐसी नज़र दिखा दे।” भाव विसंगत है। क्योंकि कविता प्रस्तुति में समस्त भाव एक माशूका द्वारा अपने आशिक के लिए हैं ।
अंत में प्रस्तुति विरोधाभास युक्त है।
कृपया मनन् कर सुधार करें।
अन्यथा समस्त प्रस्तुति सुंदर भाव युक्त है।

धन्यवाद !

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DESH RAJ Author
7 Aug 2020 11:06 PM

Apne Guru ke liye likha hai.Unki julfon ko main pyar karta huin.Thanks sir for your comment.

आपने एक माशूका का भाव लिखा है।
परंतु अंतिम पद मैं आशिक का भाव आता है जहां आपने स्वयं को प्रस्तुत किया है जो विसंगत है।
आपने गुरु का उल्लेख किया है परंतु यह स्पष्ट नहीं है। आपने लिखा है मैं उनकी जुल्फों को प्यार करता हूं पर आपके गुरू एक पुरुष होकर स्त्री भाव में कैसे परिवर्तित हो सकते हैं ।और यदि आपके गुरु पुरुष है तो आपके द्वारा प्रस्तुत भाव उनके लिए विसंगत है और यदि आपके गुरु स्त्री हैं तो शुरू से लेकर आखिर तक भाव विसंगत सिद्ध होते हैं।
कृपया विस्तृत विवेचना करें।

DESH RAJ Author
8 Aug 2020 05:13 PM

ATMA ek masuka hai aur guru charan uske piya hai. Piya se milne ke liye wo unki julfon ka bakhan karti hai kyuki wo apne piya ki diwani hai. Maine ise dil ki Kalam se likha hai. Thanks sir.

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