Amber Srivastava
Author
14 Jul 2020 12:49 PM
श़ुक्रिया
श़ुक्रिया
तुझे मैने अपने दिल की किताब से निकाल दिया है।
तेरा नाम जिन खतों में लिक्खा था उन्हें राख कर दिया है।
श़ुक्रिया !