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तू मेरे सामने है , तेरी जुल्फें है खुली , तेरा आंचल है ढला , मैं भला होश में कैसे रहूं।
तेरी आंखें तो छलकते हुए पैमाने हैं , और तेरे होंठ तो लरज़ते हुए मैखाने हैं।
मेरी अरमान इसी बात पे दीवाने हैं।
मैं भला होश में कैसे रहूं कैसे रहूं।

श़ुक्रिया !

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13 Jul 2020 06:20 AM

वाह क्या बात है!!!??

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