Seema katoch
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11 Jul 2020 02:33 PM
Dhanyawad ji
Dhanyawad ji
झूठ की परछाइयाँ बहुत लम्बी होती है पर सच की एक चिंगारी भी गहन तिमिर को अर्थ हीन कर देती है।
सदैव की तरह सकरात्मक भावो का प्रतिपादन ।
बहुत बढ़िया।