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11 Jul 2020 11:40 AM

झूठ की परछाइयाँ बहुत लम्बी होती है पर सच की एक चिंगारी भी गहन तिमिर को अर्थ हीन कर देती है।

सदैव की तरह सकरात्मक भावो का प्रतिपादन ।

बहुत बढ़िया।

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11 Jul 2020 02:33 PM

Dhanyawad ji

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