वो जो इश्क दिलो जाँँ में बसता था कभी। वोही इश्क दुश्मने जाँँ बनकर पेश आया है अभी।
श़ुक्रिया !
You must be logged in to post comments.
Wahhh ? आपका शुक्रिया सर ?
वो जो इश्क दिलो जाँँ में बसता था कभी।
वोही इश्क दुश्मने जाँँ बनकर पेश आया है अभी।
श़ुक्रिया !