Mamta Singh Devaa
Author
2 Jul 2020 10:56 PM
हृदय से धन्यवाद ?
स्वर्ग एवं नरक केवल कल्पना मात्र है।
मनुष्य को अपने कर्मों का फल इसी जन्म में भोगना पड़ता है।
धन्यवाद !