Shyam Sundar Subramanian
Author
24 Jun 2020 06:16 AM
त्रासदी के प्रभाव से किंकर्तव्यविमूढ़ स्तिथी दिग्भ्रमित होने का आभास प्रकट करती हैं और जीवन निरर्थक होने का भाव उत्पन्न करती हैं। यहां पर मैंने उस मनोदशा का चित्रण किया है जो एक नकारात्मक अनुभूति है।
दिगभ्रम की परिणति में ऐसा महसूस किया जाता है, कमसे कम मैं तो यही समझता हूं, यदि उपयुक्त न हो तो क्षमा करें,सादर आभार।