यह सब प्रपंच चीन द्वारा रचा गया है। दरअसल चीन अपना आधिपत्य एवं प्रभाव एशिया क्षेत्र में बढ़ाने के लिए पाकिस्तान और नेपाल की मदद से भारत पर दबाव कायम करना चाहता है। जिसके लिए वह आर्थिक रूप से गरीब देश पाकिस्तान और नेपाल को अपना आर्थिक गुलाम बनाकर उन्हें भारत के विरुद्ध मोहरा बनाकर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहता है।
भारत को आवश्यक है कि वह चीन के किसी भी झांसे में ना आए और उस पर विश्वास करना बहुत बड़ी भूल होगी। अन्यथा जिसके दीर्घगामी परिणाम भारत को भोगने होंगे।
यह सब प्रपंच चीन द्वारा रचा गया है। दरअसल चीन अपना आधिपत्य एवं प्रभाव एशिया क्षेत्र में बढ़ाने के लिए पाकिस्तान और नेपाल की मदद से भारत पर दबाव कायम करना चाहता है। जिसके लिए वह आर्थिक रूप से गरीब देश पाकिस्तान और नेपाल को अपना आर्थिक गुलाम बनाकर उन्हें भारत के विरुद्ध मोहरा बनाकर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहता है।
भारत को आवश्यक है कि वह चीन के किसी भी झांसे में ना आए और उस पर विश्वास करना बहुत बड़ी भूल होगी। अन्यथा जिसके दीर्घगामी परिणाम भारत को भोगने होंगे।
धन्यवाद !