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Comments on " दरकते पर्दे "
In reply to
Shyam Sundar Subramanian
सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी )
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19 Jun 2020 10:56 AM
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सपनों में जिसे देखा
पाने की उसे ख्वाहिश रखता तो है इंसान
धन्यवाद
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सपनों में जिसे देखा
पाने की उसे ख्वाहिश रखता तो है इंसान
धन्यवाद