अखिलेश 'अखिल'
Author
12 Jun 2020 01:01 PM
बिल्कुल चेतना सर्वसम्पन्नता की होनी चाहिए।
सच्चे कवि हो तो ह्रदय में भाव जगाओ।
यथार्थ की लेखनी से प्रस्तुत करो वैमनस्य भूल जाओ।
धन्यवाद !