Deep Dhamija
Author
10 Jun 2020 12:40 PM
आभार महोदय ??
आभार महोदय ??
अपने मन में डूब कर पा जा सुराग़-ए-ज़ि़ंदगी।
तू अगर मेरा नहीं बनता न बन अपना तो बन।
श़ुक्रिया !