Sanjay Narayan
Author
9 Jun 2020 11:19 AM
आपने तो महफ़िल ही जमा दी, जनाब।
बहुत बहुत शुक्रिया
सर से पा तक वो गुलाबों का शजर लगता है ।
बा-वज़ू हो के भी छूते हुए डर लगता है ।
श़ुक्रिया !