अखिलेश 'अखिल'
Author
8 Jun 2020 09:51 PM
क्या बात है बहुत बढियां।
इस ज़िंदगी में इतनी फ़राग़त किसे नसीब।
इतना न याद आ कि तुझे भूल जाएँ हम ।
श़ुक्रिया !