Seema katoch
Author
7 Jun 2020 03:47 PM
Thankyou very much
सड़कें आवागमन का माध्यम तो है ही पर मानव की संवेदनाओं को भी इधर से उधर ले जाती है ।समय के साथ प्रगति तो आवश्यक है, परन्तु अतीत के स्मृति चिह्न भी नहीं मिटने चाहिये।
अच्छा लगा है यह जानकर कि पूर्वजों ने समाज के प्रति अपना विशेष योगदान किया है,अब सत्ता के कर्ण धारों को अपना कर्तव्य याद दिलाने के लिये साधुवाद ।
साहित्य समाज का दर्पण होता है और यह कविता उस दिशा में सुन्दर प्रयास
बधाइयां