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6 Jun 2020 01:01 PM

सीधी सरल सच्ची सी कविता जो लगभग सभी के साथ घटित हुई कहानी है।जीवन के करोड़ों पलों में यह पल स्मृति में सदैव शाश्वत रहते हैं ,पर इनकी अभिव्यक्ति इतने सुन्दर प्रकार से करने के लिये सुगढ़ शिल्पी की कुशलता का होना एक वरदान है। पढ़ते पढ़ते ही दो व्यक्तियों के चुपचाप एक दूसरे से घण्टों बातें करने का दृश्य सजीव हो उठता है
बधाइयां एवम् शुभकामनाएं

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6 Jun 2020 02:14 PM

Thankyou जी

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