कहीं अर्थ का अनर्थ तो नहीं कर दिया शेर का मर्म यही था कुछ और तो नहीं ।कृपया इस का भी संकेत मिल जाये तो प्रतिक्रिया की प्रासंगिकता को सम्बल प्राप्त होगा और आगे के लिये सुधार की भी सम्भावना होगी आशा है निवेदन को अन्यथा नहीं लेंगे
कहीं अर्थ का अनर्थ तो नहीं कर दिया
शेर का मर्म यही था कुछ और तो नहीं ।कृपया इस का भी संकेत मिल जाये तो प्रतिक्रिया की प्रासंगिकता को सम्बल प्राप्त होगा और आगे के लिये सुधार की भी सम्भावना होगी
आशा है निवेदन को अन्यथा नहीं लेंगे