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30 Jul 2016 01:35 PM

करूँ दुआ वर ऐसा तुम पाओ
रोज साथ में रात मॉल में जाओ
रोज दावते पिज़्ज़ा पाश्ता औ चाप की
ख़ुशी ख़ुशी जीवन को काव्य बनाओ

आधुनिक वरेच्छा अच्छा व्यंग

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