मैं स्पष्ट करना चाहता हूं यदि आप गलती से भी झूठ बोलते हैं तो आप सम्मान की अपेक्षा नहीं कर सकते तब आपका अपमान अर्थात फज़ीहत ही होगी फ़जीलत नही भले ही आपकी कल्पना में वो बेकार हो।
मैं स्पष्ट करना चाहता हूं यदि आप गलती से भी झूठ बोलते हैं तो आप सम्मान की अपेक्षा नहीं कर सकते तब आपका अपमान अर्थात फज़ीहत ही होगी फ़जीलत नही भले ही आपकी कल्पना में वो बेकार हो।