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महोदय! मैं आपकी भावनाओं एवं
मार्गदर्शन का आदर करते हुए सूचित करना चाहती हूँ कि मैंने यह पंक्तियां अपने विचारों के अनुरुप बिल्कुल ठीक लिखी है।
आपके अनुसार इन शब्दों का अलग अर्थ और माईने हो सकते है। मेरे अनुसार जो है –
खा़मखा फ़जीलत=बेकार की श्रेष्ठता।
ज़लालत= बेइज्जती,अपमान।
आशा करती हूँ आपकी टिप्पणियाँ आगे भी प्राप्त होती रहेंगी।
धन्यवाद! ?

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