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In reply to ज्योति
26 May 2020 09:56 AM

वैसे मुझे लगा कि मैंने कहीं न कहीं इस रचना के माध्यम से उन सबकी मनोदशा का उजागर किया है, जिन्हें ऐसा लगता है।

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