जानवर का मनुष्य से प्रेम निश्छल एवं पवित्र होता है। जिसे अनुभव से ही जाना जा सकता है। जानवर में भी मानवीय संवेदना देखी जा सकती है।
धन्यवाद !
जानवर का मनुष्य से प्रेम निश्छल एवं पवित्र होता है। जिसे अनुभव से ही जाना जा सकता है।
जानवर में भी मानवीय संवेदना देखी जा सकती है।
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