अंजनीत निज्जर
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15 May 2020 06:14 PM
धन्यवाद, आप ही मेरे प्रेरक है, अगर आज कुछ अच्छा लिख पा रही हूँ, तो उसकी एक वजह आप भी हैं,??????
Aapko In line ke liye Sadar Naman वहम था मेरा,
कि दिखाई देता है तुम्हें,
सुनाई देता है तुम्हें,
पर सच में यह वहम था मेरा,
तुम पढ़े-लिखे वाइट collared लोग,
तुम्हें कहाँ दिखाई देता है,
सड़कों पर पैदल चलता मजदूर,
वक़्त और हालातों से मजबूर,