Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2020 06:05 PM

इस मोहब्बत का सिलसिला रूकना कहां है ,
ये प्यार है जानम ,
इसका सिलसिला हृदय से शुरू हो कर भी आंखों पर रूकता कहां है ।

?

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
Loading...