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मां सकल सृष्टि है ।
मां स्नेह वृष्टि है।
मां से ही यष्टि है ।
मां प्रज्ञा दृष्टि है ।

बहुत सुंदर प्रस्तुति । शुक्रिया जी ।

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14 May 2020 08:06 PM

धन्यवाद !

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