शशि शर्मा "मंजुलाहृदय"
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5 May 2020 03:18 PM
बहुत खूब ?
उनकी मुस्कुराती आंखों के नीचे परत दर परत गम छलकते देखे हैं।
उनकी खामोशी के पीछे मैंने उनके दर्दे दिल के जख्म सुलगते देखे हैं।
श़ुक्रिया !