सुखविंद्र सिंह मनसीरत
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30 Apr 2020 12:49 AM
आभार
आभार
चार दिन की ज़िंदगानी है हंस खेल के गुज़ार लो।
ख्व़ाहिशें सब पूरी हो कोई म़लाल ना पाल लो।
श़ुक्रिया !