विनय कुशवाहा 'विश्वासी'
Author
22 Apr 2020 07:52 PM
शुक्रिया महोदय??
इश्क़ का ज़फ़र आज़मा तो सही।
तू नज़र से नज़र मिला तो सही।
मिल ही जायेगा ज़िंदगी का सिला।
दोस्तों के फरेब खा तो सही।
श़ुक्रिया !