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आप बहुत अच्छा लिखते है , मै हिन्दी मे ज्यादा नहीं लिखता ‘माँ’ के उपर पहली वार देवनगरी में लिखा है। इस लिये आपको वोट के काबिल नहीं लगी। बुत वाली ग़ज़ल पंजाबी मे लिखी हुई है अनुवाद करने की कोशिश की है ।

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भाव किसी भाषा की मोहताज नही होता मान्यवर, अच्छा या बुरा , पसन्द या नापसन्द सिर्फ समझ के ऊपर है।।

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