Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Comments on #कुंडलिया//जहालत तब्लीगी जमात की
In reply to
अशोक सोनी
आर.एस. 'प्रीतम'
Author
3 Apr 2020 07:47 PM
View Comment
शुक्रिया आदरणीय!
अगर ज़रा भी इंसानियत होगी तो ज़रूर।
अन्यथा भैंस के आगे बीन बजाना है।
Like
|
Reply
Loading...
शुक्रिया आदरणीय!
अगर ज़रा भी इंसानियत होगी तो ज़रूर।
अन्यथा भैंस के आगे बीन बजाना है।