आपके विचार एक हद तक सही हैं,चूक हुई है ,फिर भी हमें समय के अनुसार अपनी प्राथमिकता तय कर लेनी चाहिए!सरकार के भरोसे पर ही सब कुछ छोड़ देना इस समय ठीक नहीं रहेगा!हाँ सरकार में सर्वोच्च पदों पर बैठे लोगों को,सुझावों के लि ए अपने विरोधियों से भी परामर्श करने से परहेज नहीं करना चाहिए था, देर से ही सही, अब भी सुझावों को माँगा जा सकता है, उपयुक्त नहीं लगने पर खारिज भी कर सकते हैं! सर्वश्रेष्ठ होने का दभं छोड़ देना चाहिए! समस्या के समाधान के लिए जो जरूरी है उसे बेहिचक करने को तैयार रहना होगा।
आपके विचार एक हद तक सही हैं,चूक हुई है ,फिर भी हमें समय के अनुसार अपनी प्राथमिकता तय कर लेनी चाहिए!सरकार के भरोसे पर ही सब कुछ छोड़ देना इस समय ठीक नहीं रहेगा!हाँ सरकार में सर्वोच्च पदों पर बैठे लोगों को,सुझावों के लि ए अपने विरोधियों से भी परामर्श करने से परहेज नहीं करना चाहिए था, देर से ही सही, अब भी सुझावों को माँगा जा सकता है, उपयुक्त नहीं लगने पर खारिज भी कर सकते हैं! सर्वश्रेष्ठ होने का दभं छोड़ देना चाहिए! समस्या के समाधान के लिए जो जरूरी है उसे बेहिचक करने को तैयार रहना होगा।