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हर बार इसी कोशिश में रहता हूं कि तुझे थाम लूं ।
पर हर बार वक्त तू हाथ आई मछली की तरह फिसल जाता है ।

धन्यवाद !

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30 Mar 2020 04:56 PM

Dr. ADITYA BHARTI
Mar 30, 2020 04:55 PM
बहुत ही सुंदर विचारधारा परम आदरणीय।आपका हृदय से आभार और सादर धन्यवाद आपके श्रीचरणों में अर्पित करता हूं

आपके मेरे प्रति सम्मान का हृदय से आभार प्रकट करता हूं।

31 Mar 2020 01:26 PM

जी अभिनंदन सदैव परम आदरणीय

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