कवि संजय कौशाम्बी
Author
18 Mar 2020 02:01 PM
जी बहुत शुक्रिया ?
क्या क्या न सहे हमने स़ितम आप की ख़ातिर।
ये जान भी हाज़िर है सऩम आप की ख़ातिर।
श़ुक्रिया !