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In reply to Salil Shamshery
8 Mar 2020 05:52 PM

पुन पड़ने पर किसी अपने के बिछुडने या जीवन संसार छोड़ने की वेदना प्रतीत होती है

कुछ पीड़ाये सदैव के लिये होती है ,कभी नही जाती।

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