पुन पड़ने पर किसी अपने के बिछुडने या जीवन संसार छोड़ने की वेदना प्रतीत होती है
कुछ पीड़ाये सदैव के लिये होती है ,कभी नही जाती।
पुन पड़ने पर किसी अपने के बिछुडने या जीवन संसार छोड़ने की वेदना प्रतीत होती है
कुछ पीड़ाये सदैव के लिये होती है ,कभी नही जाती।