Shyam Sundar Subramanian
Author
8 Mar 2020 07:54 PM
सुभ़ानअल्ल़ाह !
बढ़िया ।
तुम जो आती हो बहारें साथ आती हैं
तुम्हारे जाने से चाह भी कसमसाती है ।